tag:blogger.com,1999:blog-1645406427862622182.post2388001867428816108..comments2023-07-09T03:02:12.197-07:00Comments on सामयिक संदर्भ: टीम जीते कैसे भी जीतेजगदीश त्रिपाठीhttp://www.blogger.com/profile/08107791926096635566noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1645406427862622182.post-40527694290200462142008-10-18T23:19:00.000-07:002008-10-18T23:19:00.000-07:00बढ़िया ही नहीं बहुत बढ़िया त्रिपाठी जीसामयिक व सटी...बढ़िया ही नहीं बहुत बढ़िया त्रिपाठी जी<BR/>सामयिक व सटीक चिंतन<BR/>बधाईयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1645406427862622182.post-33542331280915218322008-10-16T17:10:00.000-07:002008-10-16T17:10:00.000-07:00त्रिपाठी जी, बहुत सुंदर लिखा है आपने. साथ ही महाभा...त्रिपाठी जी, बहुत सुंदर लिखा है आपने. साथ ही महाभारत काल से आज तक हमें पीछे धकेलने वाले सार्वभौमिक सत्यों का बड़ा सटीक सन्दर्भ दिया है, धन्यवाद!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1645406427862622182.post-81461736960035503082008-10-16T07:16:00.000-07:002008-10-16T07:16:00.000-07:00बहुत जोरदार लेख लिखा है आपने ! और इसके साथ २ महाभा...बहुत जोरदार लेख लिखा है आपने ! और इसके साथ २ महाभारत के उदाहरण इस लेख को अतुलनीय बना रहे हैं ! बहुत मजा आया ! तिवारी साहब का सलाम !दीपक "तिवारी साहब"https://www.blogger.com/profile/04863783412484935270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1645406427862622182.post-80514175341745555142008-10-16T07:15:00.000-07:002008-10-16T07:15:00.000-07:00दुर्योधन पर मोहित यक्षिणी ने उसे रोकने की बहुत कोश...दुर्योधन पर मोहित यक्षिणी ने उसे रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन दुर्योधन भी टीम हित भूल गया। क्योंकि उसके लिए टीम हित बाद में था क्षत्रीत्व पहले। उसने यह कह कर उसका प्रणय-निवेदन ठुकरा दिया <BR/><BR/>पर ये यक्षिणी तो दुर्योधन दादा के साथ ऊपर मुझे कई बार मिल चुकी है ! आप कहे तो आपको भी मिलवा दू ? पर क्रिकेट के बारे में आपने शानदार लिखा है !भूतनाथhttps://www.blogger.com/profile/08246888424952274172noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1645406427862622182.post-71976369878046773582008-10-16T07:14:00.000-07:002008-10-16T07:14:00.000-07:00बहुत शानदार लेख है सर जी ! गजब लिखा है ! धन्यवाद!बहुत शानदार लेख है सर जी ! गजब लिखा है ! धन्यवाद!ताऊजीhttps://www.blogger.com/profile/15156113325400105875noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1645406427862622182.post-79025031233627857442008-10-16T06:55:00.000-07:002008-10-16T06:55:00.000-07:00पंडितजी प्रणाम , आज आपने ऐसा लेख लिखा है की अच्छे ...पंडितजी प्रणाम , आज आपने ऐसा लेख लिखा है की अच्छे २ लिक्खाडौ की छुट्टी कर दी ! बेहतरीन लेख बेहतरीन नजीर के साथ ! जितनी प्रसंशा की जाए, वो कम है ! बहुत शुभकामनाएं !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.com